उत्तर प्रदेश में कन्नौज जिला अस्पताल में रविवार शाम दिमागी बुखार से पीड़ित एक बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजनों ने बच्च्चे की मौत के बाद डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मामले में स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि बच्चे की हालत सीरियस थी, जिसकी वजह से उसकी मौत हुई। किसी प्रकार की कोई लापरवाही नहीं बरती गई है। मृत बच्चे को सीने से चिपकाए फूट-फूटकर रोता रहा पिता सदर कोतवाली क्षेत्र के मिश्रीपुर गांव निवासी प्रेमचंद्र के एक वर्षीय पुत्र अनुज को कई दिनों से बुखार था। बुखार के चलते हालत बिगड़ी तो परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। आरोप है कि, काफी देर तक परिजन बच्चे को लेकर इधर उधर भटकते रहे। हालत खराब देख डा. वीके शुक्ला ने जांच करने के बाद बच्चे को डाक्टर पीएम यादव के पास भेज दिया। लेकिन बच्चे की मौत हो गई। इस पर परिजनों ने जिला अस्पताल में हंगामा काटना शुरू कर दिया। प्रेमचंद्र ने जिला अस्पताल के डाक्टरों पर आरोप लगाया कि उसके बच्चे के इलाज में लापरवाही बरती गई। इससे उसकी मौत हो गई। आधा घंटे तक हंगामा करने के बाद जानकारी सीएमएस को हुई तो उन्होंने परिजनों को समझाकर शव के साथ परिजनों को शव वाहन से घर भेजा। सीएमएस डा. यूसी चतुर्वेदी ने बताया कि बच्चे को पहले इमरजेंसी में उपचार दिया गया। दिमागी बुखार होने से डा. पीएम यादव ने भी देखा। प्राथमिक उपचार जितना संभव था वह सब दिया गया। उपचार में किसी तरह की लापरवाही नहीं की गई है।