अयोध्या जनपद में पिपरमिंट की टंकी फटने से पति-पत्नी की मौत के बाद एक मेंथा किसान का परिवार तबाह हो गया। यह किसान मेंथा आयल का खेती करता था और मेंथा आयल प्रोसेसिंग के दौरान पिपरमेंट की टंकी फट गई और पति पत्नी झुलस गए। इलाज के दौरान दोनों की लखनऊ में मौत हो गई। दंपत्ति की 5 बेटियां और एक बेटा है अब यह सभी अनाथ हो गए हैं। इन अनाथ बच्चों के सर पर हाथ रखा है इलाकाई विधायक रामचंद्र यादव ने। मासूम बच्चों की जिम्मेदारी विधायक ने स्वयं अपने जिम्मे ली है। रोटी कपड़ा मकान के साथ मासूमो के माता पिता के रूप में बखूबी अपनी जिम्मदारियों का निर्वाहन करेंगे। विधायक ने मृतक के पुत्र सुभाष के नाम बैंक में खाता खुलवाकर 50.000 हजार रु की धनराशि भी जमा की। मवई थाना क्षेत्र के रतनपुर गांव में पिपरमिंट की टंकी फटने से एक गर्भवती महिला सहित तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिन्हें सीएचसी मवई से लखनऊ ट्रामा सेंटर रिफर किया गया था। घायल रमेश की इलाज के दौरान मौत हो गई। उसके बाद रमेश की पत्नी ने भी दम तोड़ दिया। दो-दो मौतों से गांव में सन्नाटा पसर गया है। आखिर मासूम बच्चों की देखभाल चुनौती भरी दिख रही थी कि कौन करेगा मासूम बच्चों की देखभाल।विधायक रामचंद्र यादव लगातार मासूम बच्चों से मिलकर मासूमो के दर्द को साझा कर रहे है। बुधवार को विधायक ने उपजिलाधिकारी विपिन कुमार सिंह के साथ सीधे रतनपुर गांव पहुँच गए जिसके बाद सुभाष ने अपनी माता को मुखाग्नि दिया। अंतिम संस्कार के दौरान इलाकाई विधायक व एसडीएम की आँखों से झर-झर आँसू गिर रहे थे। मासूम बच्चे भी माँ की बोली सुनने के लिए आतुर थे।