Kanpur Encounter: पुलिस अपने ही लोगों की जांच में जुटी

Patrika 2020-07-05

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गैंगस्टर विकास दुबे के खिलाफ पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। दुर्दांत अपराधी को पकड़ने के लिए पुलिस की 60 टीमें हर संभावित स्थान पर छापेमारी कर रही है। 1500 दरोगाओं के नेतृत्व में टीम भगोड़े गैंगस्टर विकास की तलाश नेपाल बार्डर, बिहार बार्डर, मध्य प्रदेश और राजस्थान बार्डर पर की जा रही है। मामले में अब तक 200 संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इनपुट के आधार पर पुलिस विकास दुबे की पूरी कुंडली खंगाल रही है। उसके सभी पुराने मुकदमों की समीक्षा शुरू कर दी गई है। इसकी सीधी निगरानी डीजीपी ऑफिस से हो रही है। खुद सीएम योगी आदित्यनाथ पल-पल का अपडेट ले रहे हैं। विकास दुबे पर एक लाख रुपए और उसके 18 साथियों पर 25-25 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया गया है। इस बीच पुलिस ने मुठभेड़ में शामिल रहे विकास दुबे के नौकर दयाशंकर अग्निहोत्री उर्फ कल्लू को गिरफ्तार किया है, जिसने बताया कि पुलिस की ओर से ही दबिश की सूचना दी गई थी। थाने से ही गये फोन के बाद बिकरू गांव की बिजली काटी गई थी। शिवली पावर सब स्टेशन के ऑपरेटर ने इसका खुलासा किया। उधर, कानपुर के बाद अब लखनऊ के कृष्णानगर स्थित विकास दुबे और उसके भाई का घर भी गिराने की तैयारी है। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) की टीम ने मकान की नापजोख कर ली है, जल्द ही घर गिराने की कार्रवाई की जा सकती है।

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यूपी पुलिस ने कानपुर शूटआउट में 8 जवानों को गंवाने के बाद अब अपने ही लोगों की जांच शुरू कर दी है। चौबेपुर थाने के पुलिसकर्मियों से पड़ताल के बाद अन्य थानों की कुंडली तलाशी जा रही है। पता लगाया जा रहा है कि अपराधी को गिरफ़्तार करने की योजना उन तक किसने पहुंचाई। वह पुलिसकर्मी कौन था जिसने अपराधी के गांव के बिजली काटने का निर्देश शिबली सब स्टेशन को दिया। इस बीच पुलिस ने विकास दुबे गैंग के एक सदस्य को गिरफ्तार कर लिया है। उसने पुलिस को कई अहम सुराग दिए हैं।
कानपुर पुलिस प्रमुख मोहित अग्रवाल ने बताया कि विकास दुबे का खास गुर्गा दयाशंकर अग्निहोत्री पकड़ा गया है। उसने कई राज उगले हैं। अग्निहोत्री ने बताया कि गैंग को संभावित पुलिस कार्रवाई की जानकारी पहले ही मिल गई थी। इसलिए विकास ने गैंग के 25-30 असलहाधारियों को गांव बुला लिया था। अग्निहोत्री ने पूछताछ में खुलासा किया है कि छापेमारी की भनक लगते ही गैंगस्टर ने हत्याकांड की साजिश रची। विकास दुबे खुद पुलिसवालों पर फायरिंग कर रहा था। यह बंदूक दयाशंकर के नाम पर थी। दयाशंकर की मानें तो मुठभेड़ के वक्त आपाधापी में वह घर के अंदर बंद हो गया था इसलिए ज्यादा कुछ नहीं देख सका।

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