शाजापुर में दिखी आत्मनिर्भर भारत की तस्वीर। पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों में आ रहे उतार-चढ़ाव और कोरोना काल में गिरती अर्थव्यवस्था से देशवासियों को उबारने के लिए प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत का नारा दिया। इसी आत्मनिर्भर भारत की तस्वीर शाजापुर में दिखाई दी है। यहां खजूर के पत्तों से झाड़ू बनाने वाले लोग इस काम से ना सिर्फ अपनी आजीविका जुटा रहे हैं, बल्कि आने वाली पीढ़ी को भी यह काम सिखाकर उसे अपने पैर पर खड़े होने का हौसला दे रहे हैं। शाजापुर की ग्राम पंचायत गिरवर में करीब 70 परिवारों द्वारा खजूर के पत्तों से झाडू, टोकरी, आसन, चटाई बनाने का पारम्परिक काम किया जा रहा है। इस काम में कच्चे माल से लेकर मेन्यूफैक्चरिंग तक सभी काम इन्हीं लोगों द्वारा किया जाता है। एक व्यक्ति एक दिन में करीब 50 नग झाड़ू बना लेता है। जिसे ना सिर्फ शाजापुर, बल्कि इंदौर, उज्जैन, देवास सहित महाराष्ट्र तक अच्छे दामों में निर्यात किया जाता है। बड़ी बात यह है कि झाड़ू बनाने वाले इन आत्मनिर्भर लोगों ने किसी प्रकार का कोई लोन भी नहीं लिया है। यदि कोई संस्था या बैंक इनकी मदद करे या इन्हें ऋण दिलाए, तो यह लोग राष्ट्रीय स्तर पर अपने इस कार्य को नई पहचान दिला सकते हैं। सभी 70 परिवार के लोगों का पालन-पोषण और जीवन यापन इनके बनाए गए झाड़ू, टोकरी, आसन, चटाई के विक्रय से ही हो रहा है। हालांकि इस काम में उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन फिर भी ईधर-उधर मजदूरी करने के बजाय ये लोग कठोर परिश्रम कर अपनी आजीविका जुटा रहे हैं।