धौरका गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना के नाम पर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि 5000 रुपए लेकर भी पीएम आवास का लाभ नहीं मिला है।