फतेहपुर जनपद के बिलन्दा कस्बे में क्षेत्रीय चौकी इंचार्ज की ज्यादती इस समय देखने को मिल रही है। बताते चलें की हस्वा चौकी इंचार्ज दीन दयाल सिंह अपनी टीम को लेकर आए दिन बिलंदा बाजार में आकर वाहन चेकिंग अभियान लगाते हैं। परंतु वह जिस स्थान पर चेकिंग लगाते हैं वहां पर अनेकों व्यवसाय करने वाली दुकानें हैं। जिस समय वह बिलन्दा बाजार में चेकिंग लगा देते हैं तो उसके आसपास के दुकानदारों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। यहां तक की उनकी बिक्री बंद हो जाती है लोग पुलिस को देख कर उस गली में सामान खरीदने नहीं आते हैं। जबकि प्रशासन ने हफ्ते में 2 दिन लॉक डाउन का नियम जारी कर दिया है जिसकी वजह से केवल हफ्ते में 5 दिन ही दुकानें खुलती हैं। ऐसे में चौकी इंचार्ज का बाजार के अंदर चेकिंग लगाना व्यापारियों के ऊपर जुल्म है। क्योंकि जब उन लोगों के सामान की बिक्री नहीं होगी तो वह लोग अपना परिवार कैसे चलाएंगे। बात यहां नहीं रुकती दोस्तों आज 17 अगस्त 2020 को थरियांव सी ओ रामप्रकाश और हस्वा चौकी इंचार्ज दीन दयाल सिंह अपने पुलिस फोर्स के साथ बिलंदा कस्बे का दौरा किया। जहां पर उन्होंने चेकिंग अभियान के तहत बैंक ऑफ बड़ौदा के सामने एक व्यक्ति की मोटरसाइकिल जिसमे बाइक वाले ने अपनी गाड़ी ने लॉक नहीं लगाया था और बैंक में कुछ पेपर जमा करने थे, जिसके लिए वह फोटोकॉपी की दुकान पर गया था। इतने में ही चौकी इंचार्ज वहां पर आए और उस गाड़ी के बारे में लोगों से पूछा। जैसे ही उस लाल बहादुर नाम के व्यक्ति ने बताया कि यह मेरी गाड़ी है तो चौकी इंचार्ज ने फौरन उसका 1000 रुपये का चालान काट दिया। वह गरीब काफी समय तक चौकी चौकी इंचार्ज से फरियाद लगाता रहा लेकिन वह नहीं माने और उसको समन शुल्क जमा करने को कहा।