दादा की गद्दी पर पोते और परपोते सहित समाज के लोग जाने से वंचित

Bulletin 2020-09-04

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महंत पीर गुलाब नाथ ऋण मुक्तेश्वर मंदिर के पुजारी थे। 24 अगस्त 2020 को उनका आकस्मिक निधन हो गया था लेकिन उसके पूर्व महंत पर गुलाब नाथ अपने परपोते देवा नाथ के नाम वसीयत कर गए थे। लेकिन अभी वर्तमान में महंत पीर रामनाथ भरतरी गुफा द्वारा कब्जा कर जान से मारने की धमकी देना और घर से बेदखल कर दिया। सभी कमरों में ताले लगाकर अवैध तरीके से कब्जा कर जिसके नाम वसीयत थी उसको बेदखल कर दिया। जिसके नाम वसीयत हैं उनके परिवार वालों ने आरोप लगाया है। खुली गुंडागर्दी महंत पीर रामनाथ भरथरी गुफा वाले कर रहे हैं। जबकि जिस परिवार की वसीयत हैं पिछले 50 सालों से इसी मंदिर की पूजा अर्चना कर रहे हैं। इस बात की शिकायत पर पोते के परिवार वालों ने जिला कलेक्टर सहित कई विभागों में की है लेकिन अभी तक उनको कोई न्याय नहीं मिला है। खास बात तो हम बता दे जिस महंत की मृत्यु हो गई उस मंत्र का क्रिया क्रम कार्यक्रम भी उस स्थान पर महंत पीर रामनाथ परिवार वालों को करने नहीं दे रहा है। जबकि इन लोगों की परंपरा है 12वे दिन जिस स्थान पर समाधि दी गई उस समाधि की पूजा करना अनिवार्य है। अब देखना यह है कब इन गरीब परिवार को जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की तरफ से न्याय मिले। 

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