हाइवे को लेकर किसानों और प्रशासन के बीच हुआ समझौता
#lockdown #coronavirus #kishan #prasasan #samjhauta #police
जनपद मुजफ्फरनगर में निर्माणाधीन पानीपत खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग पर पिछले काफी समय से चल रहे किसानों और जिला प्रशासन के बीच टकराव मैं आज विराम लग गया है पिछले कई दिनों से भारतीय किसान यूनियन किसानों की समस्याओं को लेकर थाना तितावी क्षेत्र में धौलरा बस अड्डे के निकट डेरा जमाए हुए थी जहां उस समय ज्यादा विस्फोटक स्थिति पैदा हो गई थी जब हाईवे का निर्माण करने वाली कंपनी हाईवे निर्माण के लिए किसानों की खड़ी फसल को तहस-नहस कर जमीन पर कब्जा लेने लगी मामले की जानकारी किसानों को हुई तो हजारों किसानों ने इकट्ठा होकर मौके पर चल रही जेसीबी मशीनों को जबरदस्ती रुकवा दिया मामले की सूचना भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत तक पहुंची तो भारतीय किसान यूनियन के सैकड़ों कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए इधर किसानों और ठेकेदारों के बीच टकराव की स्थिति को देखते हुए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे कई घंटों की जद्दोजहद के बाद भारतीय किसान यूनियन अनिश्चितकालीन धरने पर अधिक हो गई और किसानों की अधिग्रहित की गई जमीन और फसल का वाजिब मूल्य लेने पर अड़ गई भारतीय किसान यूनियन ने साफ लफ्जो में कह दिया कि जब तक किसानों की फसल का उचित मुआवजा नहीं दिया जाएगा किसान किसी भी कीमत पर हाईवे अथॉरिटी को अपनी जमीन पर काबिज नहीं होने दिया जाएगा वहीं भारतीय किसान यूनियन का धरना रात भर हाईवे पर चला और शुक्रवार को फिर सुबह दिन निकलते ही किसानों ने पानीपत खटीमा मार्ग पर जाम लगा दिया जिसके बाद अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित कुमार व पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे घंटा चली वार्तालाप के बाद आखिर में किसानों और जिला प्रशासन के बीच कई मुद्दों पर सहमति बनने के बाद जाम खोल दिया गया जिसमें भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि किसान देश के विकास में बाधा नहीं बनेंगे बहरहाल उनकी फसल और जमीन का वाजिब दाम उन्हें मिल जाए जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने किसानों को उचित आश्वासन देते हुए उनके धरने प्रदर्शन पर विराम लगा दिया अब 2 दिन का समय किसानों ने जिला प्रशासन को दिया है जिसमें उनकी फसल का आंकलन कर रेट तय करने और उसका मुआवजा दिलाने को लेकर सहमति बन गई है