मज़हब के नाम पर कब तक भड़काएंगे? हिंदू पर्व मनाने से इस्लाम कैसे खतरे में? इस पर दर्शक नितिन ने कहा, मैं ये कहना चाहता हूं कि इस्लाम को हम लोग बदनाम नहीं कर रहे हैं, बल्कि इस्लाम धर्म मानने वाले लोग ही बदनाम कर रहे हैं. कोई भी धर्म इतना कमजोर कैसे हो सकता है कि बार-बार वो खतरे में पड़ जाता है.#कट्टरपंथ_को_पूजा-पाठ_से_डर #DeshKiBahas