मज़हब के नाम पर कब तक भड़काएंगे? हिंदू पर्व मनाने से इस्लाम कैसे खतरे में? इस पर साध्वी प्राची ने कहा, जिनको इस्लाम का इतिहास न पता हो, उन्हें टीवी पर बैठाना ही नहीं चाहिए. अपने धर्म के बारे में जानकारी नहीं है इन्हें और ये निकिता जैसी लड़कियों की हत्या पर चुप्पी साध लेते हैं. ये सिर्फ नुसरत जहां के सिंदूर लगा लेने पर फतवा जारी करना जानते हैं. जब कोई क्रिकेटर काली मां की पूजा पंडाल में हिस्सा लेने पहुंच जाता है तो ये लोग फतवा जारी कर देते हैं.#कट्टरपंथ_को_पूजा-पाठ_से_डर #DeshKiBahas