As the winter season climbs slowly, the fog blossoms and when the thunder begins to rise amidst the lukewarm sun, suddenly the auspicious and auspicious work comes to an end, the marriage wedding is lost. This period i.e. late December and first half of January is called Kharmas in Indian beliefs. Let's know everything about the Kharmas that are going to be
जाड़े के परवान चढ़ते मौसम से जब धीरे-धीरे कोहरे की कोपलें फूटती हैं और गुनगुनी धूप के बीच जब सिहरन बढ़ने लगती है तब अचानक शुभ और मांगलिक कार्य थम जाते हैं, शादी ब्याह का मुहूर्त खो जाता है। यह कालखंड यानी दिसंबर का उत्तरार्ध और जनवरी का पूर्वार्ध भारतीय मान्यताओं में खरमास कहलाता है। आइए जानते हैं लगने जा रहे खरमास के बारे में सबकुछ….
#Kharmas2020