भारतीय किसान मजदूर यूनियन के पदाधिकारियों ने तहशील कायमगंज पहुंचकर उपजिलाधिकारी कायमगंज को दिए ज्ञापन में उन्होने तीनों काले कृषि कानून वापस लेने की मांग की । उन्होंने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है । जिसमें 80% किसान और मजदूर है और वह देश को पाल रहा है । लेकिन सरकार की कुछ गलत नीतियों के कारण किसान और मजदूर आत्मदाह कर रहा है । और जो कृषि कानून सरकार लाई है यही किसानों के हित में नहीं है । जिसके कारण किसान दिल्ली बार्डर में धरना प्रदर्शन कर रहे है । और सरकार लाठी चार्ज करा रही है । आंसू गैस व सड़कों पर कीले गडवा रही है । ताकि किसान आंदोलन में ना पहुंच सके । साथ ही मांग कि सभी साधारण रेल गाड़ियां चलाई जाए । गंगा निचली नदी में पानी छोड़ा जाए ताकि किसान अपनी रबी की फसलों में पानी लगा सके । वहीँ शमसाबाद क्षेत्र में ढाई घाट मेला रामनगरिया को पांचाल घाट पर लगे मेला राम नगरीय की तरह सरकारी तौर तरीकों जैसा लगवाया जाए व कल्पवासियों को सुविधाएं दी जाए। इन्हीं मांगों को लेकर एसडीएम कायमगंज को भारती किसान मजदूर यूनियन के पदाधिकारियों ने ज्ञापन दिया |
दिए गए ज्ञापन में सरकार से तीनों काले कृषि कानून वापस लेने की मांग की गयी। इस दौरान भारतीय किसान मजदूर यूनियन के पदाधिकारियों मौजूद रहे।