शाजापुर। शुजालपुर मेमंगलवार को शुजालपुर जनपद पंचायत में यूडीआईडी कार्ड जारी करने आयोजित दिव्यांग शिविर अव्यवस्थाओ से मानसिक विक्षिप्तो के लिए मजाक बनकर रह गया। कई मानसिक रोगियों को उज्जैन से आए चिकित्सक ने 6 माह की अवधि के इलाज के पर्चे न होना बताकर प्रमाण पत्र बनाने से मना कर दिया। बेबस परिजनों के आंसू भी चिकित्सकों का मन नहीं पिघला सके। कलेक्टर के हस्तक्षेप के बावजूद प्रमाण पत्र न बनने से मानसिक रोगियों को बिना प्रमाण पत्र लिए ही शिविर से वापस जाना पड़ा। ग्राम कमलिया निवासी मानसिक विक्षिप्त महेश पिता लक्ष्मण सिंह परमार को लेकर बुजुर्ग मां चिकित्सकों के सामने रोती रही, कि लॉकडाउन के कारण साधन बंद होने से वह बीते 6 माह से बेटे को डॉक्टर को दिखाने नहीं जा सकी, लेकिन बेटे को दवाएं हर हाल में कर्ज उठा कर दे रही है। महिला द्वारा मानसिक चिकित्सालय इंदौर में इलाज के पुराने दस्तावेज व मरीज दिखाने के बाद भी शिविर में आए मानसिक चिकित्सा विशेषज्ञ ने 6 माह के भीतर का ही मानसिक चिकित्सक का पर्चा न होने से प्रमाण पत्र बनाने से इनकार कर दिया। ऐसे कई दिव्यांगों व उनके परिजन परेशान होते रहे।