Haridwar Kumbh में श्री पंचदशनाम जूना और उसके सहयोगी अखाड़े अग्नि व आह्वान के संतों की छावनियां भी खाली हो गईं हैं। महाकुंभ में कोविड के कहर के बाद संन्यासी अखाड़ों ने आपात बैठक बुलवाकर कुंभ विसर्जन की घोषणा कर दी थी। इनमें सबसे बड़ा जूना अखाड़ा और उसके सहयोगी अखाड़े शामिल थे। जूना अखाड़े के संतों की छावनी मायादेवी मंदिर परिसर, ललतारौ पुल के पास लगी थी। अग्नि और आह्वान अखाड़ों के संतों की छावनियां मायादेवी मंदिर परिसर में लगाई गई थीं। शनिवार को कुंभ विसर्जन के एलान के बाद रविवार सुबह से छावनियां खाली होनी शुरू हो गईं।