Hartalika Teej 2021: इस Katha के बिना Hartalika Teej का Vrat रह जाता है अधूरा | वनइंडिया हिंदी

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Hartalika Teej is an age-old tradition observed mainly by married women. It is celebrated on the third day (Tritiya Tithi), Shukla Paksha (bright phase of the Lunar cycle), Bhadrapada. Interestingly, Hartalika is derived from two Sanskrit words Harat (abduction) and Aalika (friend). Therefore, when combined, it is spelt as Hartalika, meaning the kidnapping of a friend. However, the word "kidnapping" (abduction) should not be literally taken because it has a deeper meaning and purpose here.

Hartalika Teej Katha: हरतालिका तीज को सुहाग का व्रत माना गया है. हरतालिका तीज पर आज पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला उपवास रखा जाएगा. इस व्रत को हर साल भाद्रपद शुक्ल पक्ष तृतीया को मनाया जाता है. इस दिन सुहागिनें पति की लंबी आयु के लिए निराहार और निर्जला उपवास रखती हैं। इस व्रत में भगवान शिवऔर माता पार्वती की पूजा की जाती है।मान्यता है कि इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शिव के लिए किया था. इस पूजा के दौरान भगवान शिव (Lord Shiva) और माता पार्वती (Goddess Parvati) के विवाह से जुड़ी कथा को सुना या पढ़ा जाता है.

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