हिंदू धर्म में कई व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। जिनमें से एक जितिया व्रत भी है। इस व्रत को जीवित पुत्रिका और जिउतिया व्रत भी कहा जाता है। अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के जिमुतवाहन व्रत होता है।जितिया व्रत को माताएं अपनी संतान के दीर्घ, आरोग्य और सुखमय जीवन के लिए रखती हैं। इस व्रत पर भी छठ पूजा की तरह नहाए-खाए की परंपरा होती है। इस साल जितिया व्रत 28 सितंबर को रखा जाएगा। जिसे नवमी तिथि यानी अगले दिन पारण किया जाता है। नहाय-खाए के साथ जीवित्पुत्रिका व्रत शुरू हो जाता है। इस साल जितिया व्रत 27-29 सितंबर तक मनाया जाएगा। 28 सितम्बर को निर्जला व्रत और 29 सितंबर बुधवार शाम 5:10 के बाद पारण किया जाएगा। यानी इस बार करीब 36 घंटे का निर्जला व्रत होगा।
There are many fasting festivals celebrated in Hinduism. One of which is also Jitiya Vrat. This fast is also called Jivita Putrika and Jiutiya Vrat. Jimutavahana fast is observed on Ashtami Tithi of Krishna Paksha of Ashwin month. Mothers keep Jitiya Vrat for long, healthy and happy life of their children. On this fast also, there is a tradition of bathing and eating like Chhath Puja. This year Jitiya Vrat will be observed on 28th September. Which is passed on the Navami Tithi i.e. the next day. Jivitputrika Vrat begins with bathing and eating. This year Jitiya Vrat will be observed from 27-29 September. Nirjala Vrat will be observed on 28th September and Parana will be done after 5:10 pm on 29th September. That is, this time there will be a Nirjala fast of about 36 hours.
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