चैत्र नवरात्रि (chaitra navratri 2022) के दूसरे दिन मां दुर्गा के द्वितीय स्वरुप देवी ब्रह्मचारिणी (maa brahmacharini) का पूजन किया जाता है. ब्रह्मचारिणी का अर्थ होता है, तप का आचरण करने वाली. इनका स्वरूप अत्यंत तेजमय और भव्य है. इनके वस्त्र श्वेत होते हैं. मां ब्रह्मचारिणी अपने दाहिने हाथ में जप की माला (brahmacharini mata) और बाएं हाथ में कमंडल धारण करती हैं. इनकी पूजा के दिन साधक का मन स्वाधिष्ठान चक्र में स्थित होता है. तो, चलिए आपको बताते हैं कि इस दिन मां ब्रह्मचाहिरीणी की कथा (maa brahmacharini katha) और पूजा विधि क्या है.