30 मई दिन मंगलवार को देश भर में गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाएगा। भागीरथ की कड़ी तपस्या के बाद ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मां गंगा का पृथ्वी लोक पर अवतरण हुआ था। गंगाजल से पवित्र इस पृथ्वी पर कुछ भी नहीं है। गंगा केवल नदी नहीं है, यह जीवनदायिनी, पतित पावनी, पापमोचनी, पवित्र प्राणप्रिया और सबसे बढ़कर मां गंगा है। पुराणों और शास्त्रों में गंगा दशहरा के दिन गंगा में स्नान करना बहुत ही पुण्यकारी बताया गया है और इस दिन गंगा स्नान करने से 10 तरह के पापों से मुक्ति मिलती है। वीडियो में देखें गंगा दशहरा के दिन क्या दान करना चाहिए कि नहीं ?
The festival of Ganga Dussehra will be celebrated across the country on Tuesday, 30th May. After the severe penance of Bhagirath, Mother Ganga descended on the earth on the tenth day of Shukla Paksha of Jyeshtha month. There is nothing on this earth purer than the water of the Ganges. Ganga is not just a river, it is the giver of life, the purifier of the fallen, the redeemer, the holy lover and above all, Mother Ganga. In Puranas and scriptures, bathing in the Ganges on the day of Ganga Dussehra has been said to be very virtuous and by taking a bath in the Ganges on this day one gets freedom from 10 types of sins. Watch Video and Know Ganga Dussehra 2023 Snan Daan Time: Ganga Dussehra Ke Din Kya Daan karna Chahiye Ki Nahi ?
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