जैसलमेर जिले भर में श्रावणी तीज का पर्व हर्षोल्लास से मनाया गया। उत्साह, उल्लास व भक्ति से परिपूर्ण माहौल में महिलाओं ने एक दिन पहले हाथों में मेहंदी रचाई। बुधवार को तीज के दिन मंदिरों में काफी भीड़ देखने को मिली। यहां गणेश मंदिर, रतनेश्वर मंदिर, दुर्ग स्थित बाबा रामदेव मंदिर, हनुमान मंदिर सहित कई मंदिरों में महिलाओं व युवतियों की भीड़ देखने को मिली।कई स्थानों पर समूहों में महिलाएं मंगल गीत गाती हुई मंदिर पहुंची। सोनार दुर्ग स्थित लक्ष्मीनाथ मंदिर में सुबह से ही महिलाओं की चहल-पहल शुरू हो गई, जो देर शाम तक बनी रही। सोलह शृंगार किए महिलाओं ने जहां मंदिर में दर्शन किए, वहीं धार्मिक कार्यक्रमों में भी शिरकत की। स्वर्णनगरी में सुबह से ही आभूषणों से सुसज्जित महिलाएं मंदिरों में दर्शनार्थ पहुंचनी शुरू हो गई। इस दिन महिलाओं ने उपवास रखे। तीज के दिन महिलाओं ने इष्ट देव से अपने पति की सलामति व दीर्घायु होने की प्रार्थना की। पति की मंगलकामना और दु:खों को दूर करने के लिए उन्होंने व्रत रखे। लोगों ने बेटी व बहन पक्ष के लोगों को घरों में बुलाकर सस्नेह भोजन करवाया। श्रावण मास की छोटी तीज के दिन युवतियों व विवाहितों के झूले झूलने का रिवाज है। बुधवार को इसको लेकर महिलाएं व युवतियां उत्साहित नजर आई।