भारत में प्राइवेट सेक्टर में जॉब करने वाले अधिकतर लोग दयनीय हालत में हैं। एक तो असुरक्षा और ऊपर से कम सैलरी। प्राइवेट जॉब वालों को सिर्फ उतनी ही वेतन मिल पा रही है, जिससे कि वह किसी तरह खाने-पीने का खर्च ही निकाल पा रहे हैं। उन्हें घर, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में भी संघर्ष करना पड़ रहा है। इनमें से ज्यादातर लोग सेविंग करने के बारे में सोच भी नहीं पा रहे हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, इन्हें सिर्फ 20 हजार रुपये या उससे भी कम सैलरी मिल रही है। इसके चलते एक बड़ा वर्ग आर्थिक तनाव झेल रहा है।