कोटा. हाड़ौती अंचल में मानसून की अच्छी बरसात हो रही है। इसके चलते अब बांध भी लबालब होने लगे हैं। कोटा में दिन में बादल छाए रहे और रिमझिम बारिश हुई। झालावाड़ शहर सहित जिलेभर में झमाझम बारिश हुई। सुबह रिमझिम बारिश के बाद 9 बजे से झमाझम बारिश हुई। शाम 4 बजे घनघोर बादलों के साथ फिर से झमाझम बारिश हुई। झालावाड़ जिले में शनिवार सुबह 8 से शाम 5 बजे तक झालावाड़ में 16, झालरापाटन में 9, रायपुर में 1, सुनेल में 13, पिड़ावा में 5, खानपुर में 25, असनावर में 4, अकलेरा में 30, मनोहरथाना में 3, डग में 1, गंगाधार में 11, पचपहाड़ में 11 एमएम बारिश हुई। खानपुर कस्बे में मूसलाधार बारिश से खेत और खाल नालों में पानी बह निकला। भीमसागर बांध क्षेत्र में बारिश से जलस्तर बढ़कर 1004 फीट हो गया। इसकी भराव क्षमता 1012 फीट है।
पनवाड़ कस्बे में सुबह 9 बजे झमाझम बारिश हुई। जिले के अन्य शहरों और कस्बों में भी दिनभर रुक-रुककर बारिश का दौर जारी रहा। इससे पहले शुक्रवार को भी झमाझम बरसात हुई। इससे कालीसिंध, छापी, राजगढ़ बांध के गेट खोले गए। वहीं गागरीन बांध पर चादर चल गई। भवानीमंडी पंचायत समिति क्षेत्र के काल्याखेड़ी गांव स्थित रेवा बांध पर चादर चलने लगी है। अधिशासी अभियंता बाबूलाल गहलाेत ने बताया कि रेवा बांध की भराव क्षमता 12 मिलियन घनमीटर है। बांध लबालब हो गया है और इस पर चादर चल रही है।
बारां जिले के अटरु कस्बे में झमाझम बारिश से हाट बाजार में पानी बह निकला। बड़गांव में बारिश हुई। भंवरगढ़ में सुबह आधा घंटे से भी ज्यादा समय तक मूसलाधार बरसात हुई। शाम चार बजे फिर तेज बरसात शुरू हो गई। बूंदी जिले के रामसागर झील में चादर चली।
कोटा संभाग में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग के अनुसार, कम दबाव का क्षेत्र मध्यप्रदेश के पूर्वी भागों तथा आसपास के क्षेत्र के ऊपर स्थित है। इसके आगामी 24 घंटों में मध्यप्रदेश से होते हुए दक्षिण-पूर्वी राजस्थान की और आगे बढ़ने तथा और तीव्र होने की प्रबल संभावना है। इस तंत्र के प्रभाव से कोटा, उदयपुर व जोधपुर संभाग के अनेक भागों में 25 से 26 अगस्त के दौरान भारी से अतिभारी बारिश होने की संभावना है। 25 अगस्त को कोटा, उदयपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश (200 मिमी से अधिक) होने की प्रबल संभावना है। भारी बारिश की गतिविधियों में 27 अगस्त से कमी होने की प्रबल संभावना है।