डूब क्षेत्र में आने वाले गांवों व बस्तियों में ड्रोन से निगरानी
कोटा, बूढ़ादीत . पार्वती-कालीसिंध-चंबल ईस्टर्न राजस्थान कैनाल प्रोजेक्ट (पीकेसी-ईआरसीपी) के तहत कालीसिंध नदी पर बने नौनेरा बांध का जल स्तर दूसरे दिन सोमवार को 215 मीटर पहुंच गया है। बांध जल भराव क्षमता से केवल तीन मीटर ही खाली रह गया है। टेस्टिंग दल के अधिकारियों का कहना है कि पानी की आवक की यही रफ्तार रही तो मंगलवार को बांध का जलस्तर 217 मीटर पहुंच जाएगा। इसके बाद गेट खोलने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी और गेटों के लीकेज, हाइड्रोक्लोरिक सिलेंडर ओपनिंग स्पीड की टेस्टिंग जाएगी।
वहीं बांध में पानी भरने से कालीसिंध नदी का अपस्ट्रीम में लगातार जल स्तर बढ़ रहा है। इसके चलते कोटा और बारां जिला प्रशासन ने नदी के आसपास के क्षेत्र में हाईअलर्ट जारी कर दिया है।
डूब क्षेत्र में ड्रोन से निगरानी
जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता आरके जैमिनी ने बताया कि नदी किनारे स्थित गांव व डूब क्षेत्र में निगरानी के लिए 6 ड्रोन, दो अधिशासी अभियंता, 4 सहायक अभियंता, 12 कनिष्ठ अभियंताओं को लगाया है।
गांवों में करवा दी मुनादी
कालीसिंध नदी का जलस्तर बढ़ने से अंता के पास नागदा नागेश्वर धाम का प्राचीन कुंड डूब गया है। प्रशासन ने जल स्तर बढ़ने पर सुरक्षा के प्रबंध कर लिए गए थे। बांध के भराव क्षेत्र के किनारे बसे गांव के निवासियों को नदी के किनारे से सुरक्षित दूरी बनाए रखने को कहा गया था। गांवों में मुनादी भी करवाई गई है।
विद्युत लाइन डूबी
बड़ौद- कोटड़ादीप सिंह तथा बांध के सब ग्रेट स्टेशन की विद्युत आपूर्ति इटावा 132 ग्रेड स्टेशन से की जाती है। जल भराव के कारण 33 केवी लाइन डूब गई। वैकल्पिक व्यवस्था करके विद्युत आपूर्ति बाहल कर दी गई।
ड्रोन फोटो
कालीसिंध नदी पर बने नौनेरा बांध का जल स्तर सोमवार को 215 मीटर पहुंच गया है। पानी भरने से बांध झलक रहा है। इस बांध में पहली बार पानी भरा गया है। इस बांध का जल स्तर 217 मीटर पहुंचने पर गेट खोलकर पानी की निकासी की जाएगी। इसके साथ ही टेस्टिंग का काम शुरू होगा। ड्रोन फ़ोटो परशुराम बैरवा, स्टोरी रामावतार शर्मा