भाषा और मजहब के नाम पर दुकान चलाने वालों को इलाके इस स्कूल से तहजीब सीखनी चाहिए। जहां अनाथ और निर्धन बच्चों को नि:शुल्क तालीम और संस्कारित किया जाता है। जी हां, हम बात कर रहे हैं वजीरगंज के न्यौरार स्थित ग्रीन वर्ल्ड विद्यालय की, जहां तालीम को भाषा और मजहब के बंधन से आजाद करने की एक कोशिश की जा रही है। यहां उर्दू-हिन्दी एक साथ पढ़ाई जाती है।