हरदोई -सरकार उच्च शिक्षा को बेहतर बनाने को भले ही दावे कर रही हो, पर अधिकांश डिग्री कॉलेजों में प्रोफेसरों के पद रिक्त पड़े हैं, जिससे महाविद्यालय प्रशासन को दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है। मंगलवार को शहर के सीएसएन महाविद्यालय का जायजा लिया तो यहां प्रोफेसर के 45 पदों में मात्र 9 ही भरे थे। अन्य पद रिक्त चल रहे, जिससे यहां अध्ययनरत् छात्र/छात्रों को असुविधा हो रही है।केन सोसाइटी द्वारा संचालित सीएसएन काफी पुराना कॉलेज है। कॉलेज जिले में कला वर्ग के विद्यार्थियों की पहली पसंद रहा है। यहां पर सह शिक्षा की व्यवस्था होने से बालक-बालिकाएं साथ-साथ शिक्षा ग्रहण करते हैं। परास्नातक कक्षाओें में अध्ययन की भी व्यवस्था है, पर यहां पर शिक्षा प्रदान करने वाले लगातार कम होते जा रहे हैं। कभी जहां 45 टीचर छात्रों को शिक्षा प्रदान करते थे। अब उनकी संख्या 9 रह गई है। इन 9 टीचरों मेें से एक को प्राचार्य का दायित्व भी निभाना पड़ रहा है। कॉलेज लगातार संसाधनों का अभाव झेल रहा है। इसका असर शिक्षा व्यवस्था पर पड़ता है। इसके बावजूद महाविद्यालय में प्रवेश पाने वालों का ताला लगा हुआ है। ऐसे में उन्हें बगैर टीचर के बेहतर शिक्षा कैसे प्रदान की जाएगी। महाविद्यालय में 9 टीचर लगभग 2हजार विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने का दायित्व निभाग रहे है।जबकि यहां पर हिंदी भाषा-साहित्य, अंग्रेजी भाषा-साहित्य, समाज शास्त्र, अर्थ शास्त्र, राजनैतिक विज्ञान, भूगोल, शिक्षा शास्त्र, इतिहास और संस्कृत के विषय पढ़ाए जाते हैं