लम्बे लॉकडाउन के बाद अब बिहार से एक जून से ट्रेनों का संचालन फिर से सुचारु किए जाने की तैयारी की जा रही है। इन ट्रेनों की बुकिंग गुुरुवार से शुरू हो चुकी है। यहां से 22 जोड़ी यानी 44 ट्रेनें चलेंगी। पटना से दिल्ली रूट की ट्रेनों की संख्या इनमें ज्यादा है। रेलवे ने बुधवार को 200 ट्रेनों की सूची जारी की है, जो देशभर के राज्यों में चलाई जानी है। ये सभी ट्रेनें एक जून से चलेंगी। इनमें दूरंतो, संपर्क क्रांति, जन शताब्दी और पूर्वा एक्सप्रेस के साथ ही अन्य एसी ट्रेनें भी शामिल हैं। पटना जंक्शन से दिल्ली, हटिया, कोलकाता, मुंबई, बिलासपुर, चेन्नई के साथ अन्य बिजी रूट पर भी स्पेशल ट्रेनें चलायी जाएंगी। मुंबई-दरभंगा, पटना- मुंबई, दानापुर- बेंगलुरु, अहमदाबाद- दरभंगा, सूरत-छपरा, आनंद विहार- मोतिहारी, टाटानगर-दानापुर, दानापुर- सिकंदराबाद, दिल्ली- राजगीर, दिल्ली- राजेंद्र नगर के साथ ही अन्य रूटों पर शुरुआती चरण में 44 ट्रेनें चलेंगी। रेल मंत्रालय के मुताबिक बिहार के दानापुर रेलमंडल के राजेंद्र नगर, पटना जंक्शन, दानापुर व पाटलिपुत्र जंक्शन से सबसे अधिक यात्रियों की आवाजाही होती है। इसलिए इस रूट पर सबसे ज्यादा ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ राजेश कुमार ने बताया कि अधिक भीड़ वाले रेलखंडों को चिह्नित किया जा रहा है और अगले दो-तीन दिनों में रूट निर्धारण के साथ-साथ समय-सारणी तय हो जाएगी।
वहीं रेल अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली से सबसे अधिक यात्रियों की आवाजाही होती है। इसीलिए राजेंद्र नगर व पटना जंक्शन से सबसे अधिक स्पेशल ट्रेनें दिल्ली रूट पर चलेंगी। एक जून से ट्रेनों के संचालन के रेलमंत्री की घोषणा के बाद पूर्व मध्य रेल अधिकारी रेलमंडल स्तर पर स्पेशल ट्रेनों के परिचालन से संबंधित प्रस्ताव बनाए गए हैं। इन प्रस्तावों में फिजिकल डिस्टेंसिंग को लेकर रेलवे की तैयारियों को लेकर भी बिंदुवार नियम बताए गए हैं। ट्रेनों में भी लोकल डिब्बे कितने होंगे और हर डिब्बे में कितने लोग बैठेंगे, इस पर भी अंतिम निर्णय लिया जाना बाकी है। देश में चौथे चरण के लॉकडाउन में कई रियायतों के बीच कोरोना के मरीज भी बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में ट्रेनों के संचालन को लेकर रेलवे ज्यादा से ज्यादा सुरक्षा मानकों को तय करेगा।