देश में कोरोना वायरस का सामुदायिक संक्रमण फैलने की पुष्टि हो चुकी है। इंडियन पब्लिक हेल्थ एसोसिएशन, इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसिन और इंडियन एसोसिएशन ऑफ एपिडेमियोलॉजिस्ट के विशेषज्ञों ने संयुक्त बयान में कहा, ‘घनी और मध्यम आबादी वाले क्षेत्रों में संक्रमण के सामुदायिक प्रसार की पुष्टि हो चुकी है। इस स्तर पर कोविड-19 को खत्म करना अवास्तविक लगता है।’ बयान पर दस्तखत करने वालों में एम्स के कम्युनिटी मेडिसिन सेंटर के प्रमुख डॉक्टर शशिकांत और बीएचयू के कम्युनिटी मेडिसिन के पूर्व प्रमुख डॉक्टर डीसीएस रेड्डी शामिल हैं। ये दोनों आईसीएमआर के एक रिसर्च ग्रुप के सदस्य हैं।रिपोर्ट के अनुसार, 'राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन महामारी के प्रसार को रोकने और प्रबंधन के लिए प्रभावी योजना बनाने के लिए किया गया था ताकि स्वास्थ्य सेवा प्रणाली प्रभावित ना हो। यह संभव हो रहा था लेकिन नागरिकों को हो रही असुविधा और अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के प्रयास में चौथे लॉकडाउन में दी गई राहतों के कारण यह प्रसार बढ़ा है।' कोरोना वायरस की सामुदायिक संक्रमण की पुष्टि होने पर आम आदमी का किस वायरस की ओर इशारा है ? ,देखिए कार्टूनिस्ट लोकेन्द्र की नजर से