देश में कोरोना का पहला केस मार्च में मिला था और अब जून का महीना चल रहा है.मात्र तीन महीने के कम समय में ही देश में कुल संक्रमितों की संख्या तीन लाख 80 हज़ार से ज्यादा हो गई है. इस बीमारी की वजह से अब तक साढ़े बारह हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. केंद्र और राज्य सरकारों के सारे प्रयास संक्रमण को रोकने में पूरी तरह कारगर साबित नहीं हो पा रहे हैं. देश में इस तरह बढ़ रहा कोरोना का ग्राफ डराने वाला है लेकिन कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक एक और ग्राफ है जो कि आम जनता को हलकान किए हुए हैं और वह है महंगाई का ग्राफ. कोरोना संक्रमण से पहले भी देश में महंगाई लगातार बढ़ रही थी लेकिन अब लॉक डाउन के बाद तो लोगों की आर्थिक स्थिति और भी विकट हो गई है और महंगाई का दंश लोगों को ज्यादा सता रहा है. देश के कई हिस्सों से बेरोजगारी के कारण लोगों द्वारा आत्महत्या करने की खबरें आ रही हैं इसलिए कहा जा सकता है कि आम जनता के लिए कोरोना वायरस से भी ज्यादा खतरनाक महंगाई का वायरस साबित हो रहा है.इस स्थिति में कोरोना के साथ ही महंगाई पर भी काबू पाना बेहद जरूरी है.देखिए इस गंभीर विषय पर कार्टूनिस्ट सुधाकर का नजरिया