प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में इन दिनों एक बार फिर महिलाओं को अपनी रसोई में आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल इस बार लाल सुर्ख टमाटर महिलाओं के लिए मुश्किल की वजह बन चुका है। वैसे तो टमाटर सब्जी और सलाद के रूप में बेहद पसंद किया जाता है लेकिन इस बार टमाटर के भाव महिलाओं के किचन का मैनेजमेंट ही बिगाड़ रहे हैं। टमाटर के थोक व्यापारियों का कहना है कि इंदौर में पहुंचने वाला टमाटर महाराष्ट्र से आता है। पहले एक ट्रक टमाटर का भाड़ा जहां 14 हजार रुपए होता था वहीं अब लगभग 22 हजार रुपये तक उन्हें भाड़े के रूप में देना पड़ रहा है। हालात ये है कि पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने के बाद इंदौर स्थित सबसे बड़ी चोइथराम मंडी में ही थोक भाव में पहुंचने वाले टमाटर के भाव 40 से 50 रुपये किलो तक पहुंच चुके हैं, ऐसे में खेरची बाजार से आम लोगों तक पहुंचने वाले टमाटर के भाव 80 से 120 रुपये किलो हो गए हैं। यही वजह है कि महिलाओं के लिए खास तौर पर बड़ी परेशानी खड़ी हो गई है। गौरतलब है कि इंदौर में लॉकडाउन के दौरान भी टमाटर के भाव बढ़ गए थे। चोरी छुपे लोगों ने 40 से 50 किलो तक टमाटर बेचा था लेकिन लॉकडाउन खुलने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली थी लेकिन अब जिस तरह टमाटर के साथ बाहर से आने वाली सब्जियों के भाव भी बढ़ गए हैं, उसकी वजह से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।