शाहजहाँपुर- हिंदुस्तान में पत्रकारिता का स्तर नीचे गिरता दिख रहा है। पिछले कुछ सालों की अगर हम बात करें तो भारत की पत्रकारिता चाहे वह प्रिंट मीडिया हो या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के स्तर का पड़ाव नीचे आता देख रहा है। वही उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर जनपद में फर्जी पत्रकारों का बोलबाला होता दिख रहा है। आजकल पत्रकारिता का स्तर दिन प्रतिदिन गिरता जा रहा है। वही चाहे वह प्रिंट मीडिया हो या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मोटरसाइकिल और कारों पर प्रेस लिखकर सड़कों पर चलने वाले बहुत से फर्जी पत्रकारों की वजह से मीडिया का स्तर गिर रहा है। ना तो उनके पास परिचय पत्र है ना ही वह किसी प्रेस के पत्रकार हैं। ऐसे फर्जी पत्रकारों का एक ही काम होता है, लोगों से ठगी करने का, इनका काम केवल आम लोगों व प्रशासन में अपनी हनक बनाने का है, और समाचार पत्रों के सीनियर पत्रकारों कि तरह व्यवहार बनाकर सरकारी कर्मचारियों, प्राइवेट प्रतिष्ठानों के मालिकों व सीधी साधी आम जनता में प्रेस का रौब दिखाकर सिर्फ उनसे ठगी व उगाही कर मीडिया की छवि खराब और बदनाम करना होता है। वाहन चेकिंग के दौरान भी यह लोग प्रेस बता कर आराम से निकलने में सफलता पा रहे हैं, क्या ऐसे फर्जी पत्रकारों के खिलाफ जो कि वास्तव में फर्जी तरह से वाहनों में प्रेस लिखवा कर शहर में घूम रहे हैं। प्रशासन द्वारा शिकंजा कसा जाना उचित नहीं होगा। ताजा उदाहरण जनपद के थाना कांट के ग्राम पंचायत टाडे का है यहाँ पत्रकार बनके बसूली करने गए फिर गावो के कुछ युवाओ ने आरडी कार्ड मांगा तो कुछ न दिखा सके।