मंदसौर जिले के भानपुरा क्षेत्र में गणेशपुरा नाम के चम्बल नदी किनारे बसे गांव में अंतिम छोर पर एक टिल्ला नुमा पहाड़ी थी जिसे खनन करते वक्त रहस्यमय अचानक उस पहाडी के अन्दर से पत्थरों की बनी चारों ओर दीवार निकली एवं खुदाई करते वक्त उसके अंदर से कई जहरीले जहरीले सांप निकले जिसे देखकर ग्रामीण दहशत का माहौल हो गया। जिसके बाद ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों को यह बताया गया अधिकारीयो ने उस जगह का मुआयना किया और 10 दिन बीतने के बाद भी उस जगह को देखा नहीं गया। ग्रामीणों का कहना है कि अगर शासन प्रशासन के लोग इस पर ध्यान दें और इसकी खुदाई करें तो यहां पर कुछ रोचक तत्व निकल कर सामने आएगे। यहां खनन करने वाले माफिया ने लगभग लाखों रुपए की पत्थरों को बेच दिया गया है लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों को जानकारी मिलने के बाद भी सुध नहीं ले रहे हैं ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि यह जगह मोरधन राजा के राज्य के समय की है, इस स्थान को लांबी पोर के नाम से जानते हे और यहां पर अगर शासन द्वारा खुदाई की गई तो हो सकता है। आपको बता दें कि इस क्षेत्र में मोड़ी गांव का इतिहास मोरध्वज राजा है मोरीगांव क्षेत्र में कई ऐसे रहस्य में कीजिए वह पुरातत्व विभाग द्वारा इसका संरक्षण भी किया गया है इसी आधार पर माना जा सकता है कि राजा मोरध्वज समय के कुछ राज खुलकर बाहर आ सकते हैं परंतु ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अभी तक कोई भी अधिकारी एक बार जाने के बाद दोबारा उस जगह नहीं पहुंचा।