भरथना विकास खण्ड क्षेत्र की ग्राम पंचायत गन्सरा अन्तर्गत नगला महान के ग्रामीणों ने क्षेत्रीय ग्राम प्रधान व सचिव समेत अधिकारियों पर विकास के नाम पर उन्हें साढ़े चार साल तक ठगी का शिकार बनाये जाने का आरोप लगाया है। आपको बतादें इस गांव के सैकड़ों ग्रामीण विश्राम सिंह जयवीर सिंह, अजय कुमार, कामता प्रसाद, रामनाथ,मोहित, विकास, राजू जाटव, रामदास जाटव, सुखेन्द्र जाटव, सुभाष चन्द्र, मिथलेश देवी, सावित्री देवी, जलदेवी, विद्यादेवी, उर्मिला देवी, मीरा देवी समेत दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से बताया कि क्षेत्रीय ग्राम प्रधान महिला होने के कारण उन्हीं के गांव का एक नामजद दबंग ग्राम पंचायत चला रहा है, जिसके कारण पंचायत के उक्त नगला महान में साढ़े चार साल के कार्यकाल में रत्ती भर कोई भी विकास कार्य नही कराया गया है। ग्राम प्रधान द्वारा भी जनता के साथ भेद भाव पूर्ण तरीके से खुले में शौच मुक्त योजना के अंतर्गत बनाये जाने बाले इज्जत घर शौचालय निर्माण में "आधा बांटे रेवड़ी अपने अपने को देय" कहावत को पूरा किया गया है। ग्रामीणों ने प्रधान व सचिव पर पट्टा,शौचालय, आवास वितरण में घुसखोरी का आरोप लगाते हुए बताया कि अधिकारियों की सांठ गांठ से ग्राम प्रधान ने गरीब, दलित पात्रों को नजरअंदाज कर अपात्रों को पट्टा, शौचालय, आवास आदि का चोरी छिपे वितरण कर दिया है। जबकि उक्त प्रक्रिया व प्रस्ताव कार्य ग्राम पंचायत की प्रस्तावित खुली बैठ में तय होते है लेकिन ऐसा नही हुआ। गांव में शिक्षा, खेल, सड़क, पेय जल, जल निकासी आदि समस्याओं से ग्रामीण देश आजादी के बाद से अब तक जूझ रहे है।