सैनिकों की शहादत की जब बात आती है तो हर कोई उन पर गर्व करता है । लेकिन जब उन्हें सम्मान देने की बारी आती है तो उनके परिजन सम्मान पाने की बजाए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होते हैं । कुछ ऐसा ही देखने को मिला गाजीपुर के राइफल क्लब में । जहां पर ड्यूटी के दौरान शहीद हुए शाहे आलम खान की पत्नी बबली खातून सपा विधायक बिरेन्द्र यादव के साथ डीएम से मिलकर सम्मान और अन्य भत्ता के लिए गुहार लगाई। शहीद की बेवा पत्नी अपने परिजनों के साथ इसके पहले कई बार डीएम से मिल चुकी है। इस बार भी लाइन में लग कर डीएम से मिलने की जुगत में थी कि तभी उन पर नजर समाजवादी पार्टी के विधायक वीरेंद्र यादव की पड़ी और उन्होंने शहादत का सम्मान करते हुए शहीद की पत्नी और उनके परिजनों को जिला अधिकारी से मिलवाया। इस दौरान डीएम ने हर सम्भव मदद करने का आश्वासन भी दिया।
बता दें जनपद गाजीपुर के जमानिया तहसील के देवैथा गांव के रहने वाले शाहे आलम खान जो 10 दिसंबर 2019 को नागालैंड में ड्यूटी के दौरान एक्सीडेंट से मौत हो गई । जिसके बाद पूरे सैनिक सम्मान के साथ शहीद का शव पैतृक गांव लाया गया था । जहां पर हजारों की भीड़ के बीच शहीद को सुपुर्द ए खाक किया गया था । शाहे आलम की मौत के बाद परिजनों को उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा मिलने वाली सहायता राशि के साथ ही परिवार के भरण-पोषण वह घर चलाने हेतु पेंशन की मांग को लेकर लगातार कई बार जिलाधिकारी से मिलने के लिए अपने गांव से करीब 50 किलोमीटर की यात्रा कर जिला मुख्यालय पहुंची थी। लेकिन जिलाधिकारी से मुलाकात ना होने की वजह से उन्हें बैरंग वापस जाना पड़ता था। आज भी जिलाधिकारी से मुलाकात के लिए उनकी पत्नी और परिजन राइफल क्लब में लाइन लगाए हुए थे। इस दौरान जंगीपुर के विधायक वीरेंद्र यादव को किसी कार्यकर्ता ने शहीद की समस्या के बारे में बताया । तब उन्होंने खुद परिजन को अपने साथ लेकर जिलाधिकारी से मिलवाया जिलाधिकारी ने भी उनके पूरे प्रपत्र को लेते हुए इनकी समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया।