खुद को जिंदा साबित करने के लिए दर-दर भटक रहे व्यक्ति ने सुनाया अपना दर्द

Patrika 2020-11-07

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खुद को जिंदा साबित करने के लिए दर-दर भटक रहे व्यक्ति ने सुनाया अपना दर्द
#khud ko jinda sabit karne ke liye #Dar dar bhatak raha vyakti
प्रतापगढ़ साहब मैं जिंदा हूं, खुद को जिंदा साबित करने को महीनों से अफसरों की चौखट के चक्कर काट रहा है 60 वर्षीय दिव्यांग सत्यनारायण वर्मा।आधारकार्ड, राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा कार्ड और बैंकपासबुक लेकर भटक रहा है दिव्यांग। 2009 में जारी हुआ स्वस्थ बीमा कार्ड तो मार्च 2015 में सिंडिकेट बैंक में खुला है खाता। सम्पत्ति की लालच में साजिश रचकर अभिलेखों में दिखा दिया गया मृत। अपनों ने ही दरदर की ठोकरें खाने को कर दिया मजबूर, प्रधान पर भी पीड़ित लगा रहा है आरोप। अब पागल घोषित करने में जुटे है परिवारीजन। लालगंज के पूरे तिलकराम का रहने वाला है दिव्यांग।

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