ऑपरेशन के बाद अनेक रोगों में सर्जरी की पुनरावृति को रोकने का काम करती हैं होम्योपैथिक दवाइयां

Bulletin 2020-12-13

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कानपुर: आयुष में शामिल होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति में बिना सर्जरी इलाज का प्रावधान है| पेट रोग, मानसिक रोग, कैंसर सहित अन्य तमाम गंभीर बीमारियों में भी होम्योपैथिक कारगर साबित हुई है|होम्योपैथी के द्वारा टॉन्सिलाइटिस, स्पोंडिलाइटिस, स्पाइनल सर्जरी, लंबागो, क्रॉनिक सप्पुरेर्टिव ओटाइटिस मीडिया, जैसी असाध्य बीमारियों का इलाज बिना सर्जरी के पूर्णतया संभव है। होम्योपैथी में ऐसी दवाइयां हैं जो कि किडनी के स्टोन को बिना किसी सर्जरी के पूर्णतया बाहर निकाल देती है एवं स्टोन की बार-बार पुनरावृति भी नहीं होती। इसी तरह होम्योपैथी उपचार के बाद भगंदर के रोग में भी बार-बार ऑपरेशन करवाने की जरूरत नहीं पड़ती।आरोग्यधाम की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आरती मोहन ने बताया कि महिलाओं की समस्याएं जैसे ओवेरियन सिस्ट, यूटेराइन फाइब्रॉयड एवं एंडोमेट्राइटिस का इलाज होम्योपैथी में बिना सर्जरी के संभव है। एवं यह मरीजों पर छोड़ देना चाहिए कि उन्हें कहां और किस पद्धति से इलाज कराना है|एलोपैथ के सर्जन सैकड़ों की संख्या में है,जिस मरीज को जिस चिकित्सक पर भरोसा है वहां सर्जरी कराता है।

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