इस बार 13 अप्रैल से मां दुर्गा की विशेष आराधना का पर्व चैत्र नवरात्रि शुरुआत हो रही है. भारतीय परंपरा में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व है. नवरात्रि के नौ दिनों में मां के नौ रूपों की पूजा- अर्चना की जाती है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि के नौ दिनों में व्रत रखने का बहुत अधिक महत्व होता है. इन नौ दिनों में व्रत रखने से मां की विशेष कृपा प्राप्त होती है. इसके लिए विशेष तरह की पूजन विधि है. नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के शैलपुत्री स्वरूप की पूजा अर्चना की जाती है. नवरात्रि में प्रतिपदा के दिन प्रातः जौ-बोने , कलश स्थापना और दिया प्रज्वलित करने के साथ मां नव दुर्गा की पूजा का शुभारम्भ होता है. इस बार चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा घोड़े पर सवार होकर आएंगी.
This time Chaitra Navratri, the festival of special worship of Maa Durga, is starting from April 13. Chaitra Navratri has special significance in the Indian tradition. Nine forms of the mother are worshiped during the nine days of Navratri. According to religious beliefs, fasting during the nine days of Navratri has a lot of importance. Fasting during these nine days gives special blessings to the mother. There is a special kind of worship method for this. On the first day of Navratri, prayers are offered to Shailputri form of Goddess Durga. On the day of Pratipada in Navratri, the worship of Mother Nav Durga begins with the sowing of barley, raising the urn and lighting the lamp. This time, Mother Durga will come on horseback in Chaitra Navratri.
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