कोटा. हाड़ौती अंचल में रविवार को भारी बारिश के चलते नदियां उफान पर आ गई। इससे कई जगहों पर रास्ते बंद हो गए। झालावाड़ जिले में सुबह 8 से 5 बजे तक सबसे ज्यादा रायपुर में 106 एमएम यानी करीब चार इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई। कालीसिंध बांध के पांच गेट खोलकर 55 हजार 604 क्यूसेक तथा छापी बांध का भी एक गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है। कालीसिंध, उजाड़, आहू, चाचूरनी नदी सहित अन्य नदियां उफान पर आने से झालावाड़ से लेकर कोटा तक प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है।
कोटा में सुबह सवा 11 बजे से शाम तक रुक-रुक कर हल्की-तेज बारिश का दौर जारी रहा। उजाड़ नदी में उफान आने से पुरानी पुलिया पार करते वक्त चालक समेत ट्रैक्टर-ट्राॅली नदी में गिर गए, जिसे क्रेन से सकुशल निकाल लिया गया। चम्बल के कैचमेंट एरिया व मध्यप्रदेश में हो रही अच्छी बारिश के चलते कोटा जिले में खातौली स्थित पार्वती और चंबल नदी में लगातार पानी की आवक जारी है। पार्वती नदी की पुलिया पर करीब पांच फीट पानी की चादर चल रही है। इसके चलते स्टेट हाइवे 70 कोटा-श्योपुर राजमार्ग पिछले करीब तीन दिन से अवरुद्ध है। इस छोर से राजस्थान का मध्यप्रदेश से सड़क संपर्क कटा हुआ है।
झालावाड़ जिले के गंगधार क्षेत्र में भारी बारिश के चलते छोटी कालीसिंध नदी उफान पर है। चौमहला-रावतपुरा मार्ग पर रपट पर 6 फीट पानी आ गया है, जिससे चौमहला से रावतपुरा, सांकरिया, सुवासरा मार्ग बंद है। चाचूरनी नदी की रपट पर भी पानी होने से गंगधार से ढाबला, बड़ोद मार्ग बंद हो गया है। सुनेल क्षेत्र में कड़ोदिया-रायपुर मार्ग लगभग दो घंटे से बाधित रहा।
बूंदी जिले में हल्की-तेज बारिश का दौर दिनभर जारी रहा। बूंदी में शाम पांच बजे तक 26, हिण्डोली में 57 तथा तालेड़ा में 25 एमएम बारिश दर्ज की गई।
बारां जिले में भी दिनभर बारिश का दौर जारी रहा। भंवरगढ़ कस्बे सहित क्षेत्र के एक दर्जन से भी अधिक गांवों के प्रमुख सिंचाई स्रोत बिलासी बांध रविवार को छलक गया।