शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से है। 12 अक्टूबर को विजयादशमी मनाई जाएगी। पवन सिन्हा 'गुरुजी' ने विजयादशमी का महत्व बताया है। उन्होंने बताया कि यह विजया नामक शक्ति की उपासना का पर्व है। अगस्त्य ऋषि ने श्रीराम से विजया शक्ति का संधान कराया था और उन्हें 'आदित्य हृदय स्तोत्र' पढ़ने को कहा था, जिससे रावण पर विजय प्राप्त हो। विजयादशमी पर विजया शक्ति के पूजन और 'आदित्य हृदय स्तोत्र' के जप से बुरी शक्तियों को हराया जा सकता है। साथ ही जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में विजय प्राप्त की जा सकती है।