जनपद के कोतवाली थाना क्षेत्र में रहने वाले 23 वर्षीय युवक को उसके ही टीचर ने सोशल मीडिया फेसबुक पर अपलोड की गई एक पोस्ट के चलते इतना डरा दिया कि युवक ने खुद को आग के हवाले कर अपनी जान दे दी। मृतक के परिजनों का आरोप है कि कई दिन से उन्नाव गेट क्षेत्र में रहने वाले ट्रेनर अली नवाब नामक अधेड़ द्वारा उनके पुत्र को यह कहकर धमकाया जा रहा था कि उसने किसी लड़की का आपत्तिजनक वीडियो फेक आईडी बनाकर वायरल किया है। बीते दिनों रोज-रोज के तनाव से तंग आकर युवक ने पेट्रोल डालकर खुदको आग लगा ली थी। वहीं पीड़ित परिवार की तहरीर के बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 306, आत्महत्या के लिए उकसाना, के अंतर्गत मामला पंजीकृत कर लिया था। वहीं बुरी तरह झुलस चुके युवक ने घटना के 2 दिन बाद दिल्ली के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया था। दूसरी ओर पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए झांसी रेलवे स्टेशन से आरोपी ट्रेनर को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन गिरफ्तारी के कुछ ही समय बाद अभियुक्त का छोड़ दिया गया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लागते हुए मृतक के परिजनों कोतवाली पुलिस की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। उनका कहना है कि जिस व्यक्ति को पुलिस ने हिरासत में लिया था उसे न्यायिक हिरासत में भेजने की जगह पुलिस ने थाने से ही जाने दिया। जिसके बाद आरोपी उन पर राजीनामे के लिए निरंतर बना रहा है। पीड़ित परिवार ने आरोपी की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है।