सड़क दुर्घटना में घायल की मदद करना मददगार को पड़ा महंगा। दुर्घटना स्थल पर भीड़ का दबाव। बहेर जांच ही मददगार पर पुलिस ने कर दी FIR! पूरा मामला महिदपुर रोड थाना क्षेत्र का है, जहां 21 मई की शाम को बाइक सवार तीन युवक गांव बपैय्या की ओर जा रहे थे। तभी कोयल झुटावद सड़क मार्ग पर अनियंत्रित अज्ञात ट्रैक्टर ने बाइक सवार को टक्कर मार दी, जिनमें एक युवक गोविन्द की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं उसके साथी कन्हैयालाल और दिलीपसिंह को गंभीर अवस्था में सड़क पर पड़े रहै और दुर्घटना को कार्य करने वाला ट्रैक्टर सवार मौके से फरार हो गया। और पीछे से आ रहे दूसरे ट्रैक्टर सवार दशरथ पाटीदार ने जब इन लोगों को इस अवस्था में देखा तो मदद करने के लिए जैसे ही ट्रैक्टर से उतर आगे बढ़ा और जैसे ही घायलों को सड़क से उठाकर घायलों को अस्पताल के लिए पहुंचाने में लगा, तभी उसी दौरान लोगों की भीड़ इकट्ठा होने लगी और दशरथ को ही आरोपी समझ उसके ट्रैक्टर में जमकर तोड़फोड़ कर पुलिस के हवाले करते हुए झूठा प्रकरण दर्ज करवा दिया। जबकि असली अज्ञात ट्रैक्टर चालक आरोपी ट्रैक्टर सहित मौके से फरार हो गया था।