नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि के पूजन का दिन होता है। ये रुप मां के दूसरे रुपों से बिल्कुल अलग है। मां इस रुप में गधे पर सवार होती हैं। मां कालरात्रि के लिए कहा जाता है कि जब चंड मुंड से युद्ध के लिए गई तब उन्होनें इसी रुप लिया और राक्षसों का विनाश कर दिया।