अजा एकादशीका व्रत बहुत ही खास होता है। ये एकादशी भगवान विष्णु जी को प्रिय है। इस दिन उनकी आराधना की जाती है। साथ ही इस दिन लक्ष्मी जी की भी पूजा की जाती है। यह व्रत एकादशी तिथि से प्रारंभ होकर द्वादशी तिथि की सुबह समाप्त होता है। शास्त्रों के अनुसार एकादशी के दिन सुबह उठकर स्नान करने के बाद व्रत का संकल्प लेना चाहिए और एकादशी की रात जागरण कर श्री हरि विष्णु जी का पूजा-पाठ करना चाहिए। आईए जानते है इस एकादशी पर व्रत करने की विधि क्या है ।
Aja Ekadashika fasting is very special. This Ekadashi is dear to Lord Vishnu. He is worshiped on this day. Along with this, Lakshmi ji is also worshiped on this day. This fast starts from Ekadashi Tithi and ends on the morning of Dwadashi Tithi. According to the scriptures, after waking up in the morning on the day of Ekadashi, after taking bath, one should take a vow of fasting and after awakening on the night of Ekadashi, one should worship Shri Hari Vishnu ji. Let us know what is the method of fasting on this Ekadashi.
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